NOT KNOWN FACTUAL STATEMENTS ABOUT पारद शिवलिंग क्या होता है

Not known Factual Statements About पारद शिवलिंग क्या होता है

Not known Factual Statements About पारद शिवलिंग क्या होता है

Blog Article

साक्षात् शिव: पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से भगवान शिव की कृपा सीधे प्राप्त होती है।



स्फटिक एक प्राकृतिक क्रिस्टल है, जो अपनी शुद्धता और चमक के लिए जाना जाता है। स्फटिक शिवलिंग भी उतना ही शुभ और पूजनीय माना जाता है, जितना पारद शिवलिंग। आइए जानें इसकी महिमा को:

शिवलिंग पर संध्या के समय जल चढ़ाया जा सकता है। शाम के समय जल चढ़ाने के लिए किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है व्यक्ति अपनी श्रद्धा से शिवलिंग पर सुबह और शाम दोनों ही स



शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

काही जण शिवपिंड ठेवतात आणि १२ तास बाहेर असतात पण घरातल्या पिंडीवर साधे पाणी सुद्धा अर्पण करण्यासाठी त्यांना वेळ मिळत नाही. 



पारद शिवलिंग को घर में स्थापित करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

शिवलिंग: ज्योतिषीय महत्व, स्थापना विधि एवं मंत्र

स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से घर में शांति और समृद्धि का वास होता है।

कुबेर कुंजी की स्थापना त्रयोदशी तिथि में करें।

दिया शिवलिंग पारद साथ जब मैरो जी का बनहने लगी चौसठ योगिनि पारद शिवलिंग की चढ़ गई बैल

Report this page